होशियार, सावधान !
"फूट डालो -राज करो" की नीति से हम सबको सावधान रहने की जरुरत है। क्या भ्रष्टाचार पर नियंत्रण और काले धन की देश वापसी से मुसलामानों, ईसाईयों और अन्य मतावलंबियों को फायदा नहीं होगा ? सरकार या कुछ स्वार्थी राजनेता यह कह दें कि, इस मुद्दे के पीछे आर एस एस का हाथ है तो आर एस एस को नापसंद करने वाले भाईयों को क्या इस मुद्दे से अलग हो जाना चाहिए ? अपने देश का धन विदेशों में जमा करने वाले डरपोक चोरों गद्दारों से हमारा कहना है कि हिन्दुस्तान की जनता इतनी नादान नहीं है कि उसमें ऐसे सर्वांगीण हित के अभियान में धर्म के आधार पर फूट डाली जा सके।